आज 25 जून 2023 को स्थान - लुगु बुरु घंटा बाड़ी धोरोमगाड़ दोरबार चाटानी लालपानिया बोकारो में माझी पारगना महाल, धोरोम गाड़ समिति, लुगु बुरु ओल चिकी ईतुन आसड़ा , एवं ओलचिकी हूल बैसी के संयुक्त तत्वाधान में एक बैठक धोरोम गाड़ समिति के अध्यक्ष व मुखिया बाबुली सोरेन के अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
बैठक में विशेष रूप से वर्तमान झारखंड सरकार द्वारा ओलचिकी लिपि के अवहेलना करने के विषय पर चर्चा किया गया।
विदित हो कि संथाली भाषा आठवीं अनुसूची में सम्मिलित है एवं इनका स्वतंत्र लिपि ओल चिकी है। इसीलिए मातृभाषा में पठन-पाठन हेतु संथाली भाषा के लिए ओलचिकी लिपि का व्यवहार किया जाना चाहिए।
अन्यथा आदिवासी संथाल समाज आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन के लिए विवश हो जाएंगे। समाज के अगवाओं ने राज्य सरकार को अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दिया है कि 27 जून 2023 तक अगर ओलचिकी हूल बैसी द्वारा दिए गए मांगों पर विचार करते हुए उचित पहल नहीं की तो अगामी 4 जुलाई 2023 को संपूर्ण झारखंड बांद किया जाएगा। जाम को अंजाम देने के लिए ओलचिकी हूल बैसी बोकारो जिला प्रभारी प्रमोद कुमार मुर्मू नियुक्त किया गया । और यह निर्णय लिया गया कि बहुत जल्द जिला कमेटी का विस्तार किया जायेगा। तय किया गया कि झारखंड बंद के दौरान शांतिपूर्ण तरीका से रोड रास्ता में आएंगे। समाज के हजारों लोग रोड रास्ता में ढोल नगाड़े के साथ नाच गन करते हुए बंद करने की रणनीति बनाई है।
बैठक में मुख्य रूप से ओलचिकी हूल बैसी के अध्यक्ष सुभाष चन्द्र मान्डी, महासचिव दुर्गा चरण मुर्मू, कोषाध्यक्ष पंचानन सोरेन,लुगु बुरु ओल चिकी ईतुन आसड़ा अध्यक्ष रामकुमार सोरेन , प्रमोद कुमार मुर्मू , राजेश हांसदा, अनिल हेम्ब्रोम, दिनेश मुर्मू, शिवलाल टुडू, बाबूदास टुडू, मेघराज मुर्मू,
रामदास सोरेन, धार्मा मुर्मू, दिलिप हांसदा,दुलाल हांसदा, विभिन्न गांवों के माझी बाबा, लुगु बुरु ओल चिकी ईतुन आसड़ा के तथा काफी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।