आज जमशेदपुर के XLRI Tata Auditorium में आदिवासी संस्कृति एवं संवैधानिक अधिकार रक्षा समिति के तत्वावधान में झारखंड के कोल्हान प्रमंडल स्तर पर मांझी परगना व्यवस्था के देश पारगाना बैजू मुर्मू एवं सैकडों मांझी, मानकी मुंडा संघ के केन्द्रीय अध्यक्ष एवं सैकडों मुंडाओं, TAC सदस्य विश्वानाथ सरदार, बिहार राज्य के पूर्व स्पीकर देवेंद्र नाथ चांपिया, विभिन्न अधिवक्ताओं एवं समाजिक संगठनों, उराँव, मुंडा, हो, संताल, भुमिज समाज के बुद्धिजीवीओं के उपस्थिति में समान नागरिक संहिता UCC के विरोध में तीन प्रस्ताव लिए गए.
1. विधि आयोग को UCC पर विरोध और सुझाव 13/07/23 तक दिया जाएगा.
2. सभी गांवों के मांझी, मुंडा, पडहा, डोकलो सोहेर अपने अपने गांवों से UCC के विरोध मे विधि आयोग को ज्ञापन देंगे.
3. जब तक UCC को सरकार वापस नहीं लेती है, आदिवासी सड़क से संसद तक इसका लोकतांत्रिक तरीकों (धरना -प्रदर्शन, रैली आदि) से विरोध करेगी और इसे 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस तक देशव्यापी जन आंदोलन बनाएगी जरूरत पडने पर न्यायिक कारवाई भी किया जाएगा.
मंच से सब को निर्देश दिया गया की सभी आदिवासी संगठन अगामी 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस का मुख्य मुद्दा समान नागरिक संहिता को बनाएं.